जब तक बाप जिन्दा है बेटी माँ बाप के घर की हक़दार है और घर में रहने की जिद भी करती है और कोई कुछ भी कहे वो डटकर कहती है कि बाप का घर है लेकिन जैसे ही बाप मरता है और बेटी आती है तो इतना जोर से रोती है कि सभी रिश्तेदार समझ जाते है कि बेटी आ गई है। *
और उस दिन वो लड़की अपनी हिम्मत हार जाती है, क्योंकि उस दिन उसका बाप ही नहीं उसकी हिम्मत भी हार जाती है *
*आपने सीखा होगा कि पिता के मरने के बाद एक लड़की कभी भी अपने भाई भाभी के घर जाने की ज़िद नहीं करती जैसे पिता के समय में करती थी जो दिया था वो खा लिया जो पहना वो पहन लिया उसे इसलिए दिया गया क्योंकि जब तक उसके पिता थे सब ठीक था। *
आगे लिखने की हिम्मत नहीं है बस इतना ही कहना है कि पिता के लिए बेटी जान होती है पर वो कभी बोलती नहीं है और पिता सबसे बड़ी हिम्मत और शान बेटी के लिए होती है पर बेटी कभी बोलती नहीं है *
*बाप बेटी का प्यार समंदर से भी गहरा होता है। * 🌷❣️
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